अंबेडकरनगर बिजली की मीटर रीडिंग में जमकर खेल हो रहा है
मीटर रीडिंग कर्मचारी कर रहे हैं मीटर में गड़बड़ झाला लोग परेशान
अम्बेडकर नगर के किछौछा में
मीटर की रीडिंग से अधिक यूनिट मशीन में अपलोड कर कई गुना बिल निकाला जा रहा है
इसका खुलासा तब हुआ, जब कई उपभोक्ताओं ने आनलाइन बिजली का बिल चेक किया। आनलाइन… बिजली की मीटर रीडिंग में जमकर खेल हो रहा है। मीटर की रीडिंग से अधिक यूनिट मशीन मे अपलोड कर कई गुना बिल निकाला जा रहा है आनलाइन जहां उनका बिल शून्य (निल) दिखा रहा है वहीं मीटर रीडिंग करने वाले कर्मचारी हजारों का बिल थमा गए हैं। इस मामले की शिकायत कई लोगों ने विभाग के अधिकारियों से की है। दरअसल यह गड़बड़ी मीटर रीडिंग के दौरान हो रही है। एजेंसी के कर्मचारी मीटर रीडिंग करने जाते हैं और वहीं यूनिट बढ़ा देते हैं। मीटर में जो रीडिंग होती है, उससे अधिक यूनिट मशीन में अपलोड कर देते हैं। इससे करीब 100से 200 यूनिट का अंतर आ जाता है और फिर बिल में कई हजार रुपये बढ़ जाते हैं। आमतौर पर लोग रीडिंग की रसीद लेकर बिल जमा कर देते हैं। जब अधिक बिल आता है, तभी उनका ध्यान इस तरफ जाता है। फिर बिल सही कराने जाते हैं तो दलाल पीछे लग जाते हैं और बिल संशोधन कराने के नाम पर उनसे रुपये ऐंठ लेते हैं। अधिकांश गांवों के उपभोक्ताओं के यहां तो विभाग आज तक मीटर ही नहीं उपलब्ध नहीं करा सका है, तो कई उपभोक्ताओं के यहां मीटर नहीं होने के बावजूद कागजों में मीटर भी चल रहा है और रीडिंग भी हो रही है। शहर और देहात क्षेत्र में रीडिंग कम दर्शाकर विभाग को चपत लगाने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। हर बार ही कार्रवाई के नाम पर संबंधित मीटर
रीडर को हटाकर खानपूर्ति कर दी जाती है।
अब देखना यह होगा कि विद्युत विभाग इस पर क्या कार्रवाई करता है
इतने साल से जमे मीटर रीडिंग कर्मचारियों का क्यों नहीं हो रहा है तबादला
ऐसे ही मीटर रीडिंग वाले कर्मचारियों खुला छोड़ दिया मीटर में गड़बड़ झाला करने के लिए
ये तो आने वाला समय बताएगा